May 12, 2015

नेपाल को फिर से एक नए जोश व ऊर्जा के साथ उठ खड़ा होने के लिए

अपने पड़ोसी देश नेपाल को फिर से एक नए जोश व ऊर्जा के साथ उठ खड़ा होने के लिए आज उसे अपने मित्रों के सहयोग की सख्त जरूरत है। आप सभी पाठकों से एक अपील :-  

A team of 18 people(4 Doctors, 2-3 medical students, 2 paramedics and 5 volunteers) have been sent to Nepal to provide relief to EQ victims under the banner of Progressive Medicos Forum. This platform has been created under the joint leadreship of Nagrik Samachar, Parivartankaami Chhatra Sangthan, Pragatisheel Mahila Ekta Kendra, Inqlabi Mazdoor Kendra. We request you to stand in solidarity( not charity) with our neighbours and make financial contributions to keep the relief camp running effectively.
Contact Details:
www.enagrik.com
nagriksamachar.blogspot.com
nagriknews@gmail.com
Mo. O7500714375
(05947) 252240
Bank Account details:State Bank Of India, Ramnagar Nainitaal(Uttarakhand)
Account number: 30488926725

प्रोग्रेसिव मेडिकॉस फोरम के बैनर तले 18 लोगों की एक टीम नेपाल में आये भूकम्प से पीड़ितों के इलाज के लिए भेजी है जिसमें 4 डॉक्टर, 2 - 3 मेडिकल के छात्र 2 परमेडिक्स और 5 वॉलंटिर्स हैं। यह मंच नागरिक समाचार, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, इंकलाबी मज़दूर केंद्र तथा प्रोग्रेसिव मेडिकॉस फोरम के संयुक्त सहयोग से चलाया जा रहा है। हम आपसे अपने पडोसी मुल्क में आई भीषण आपदा के समय नेपाल के नागरिकों के साथ एकजुटता व आर्थिक सहयोग की अपील करते हैं, ताकि इस मेडिकल रिलीफ कैंप को अधिक सक्रियता के साथ चलाया जा सके।

May 5, 2015

बढ़ती साम्प्रदायिकता और नारी उत्पीड़न के विरोध में धरना-प्रदर्शन

बढ़ती साम्प्रदायिकता और नारी उत्पीड़न के विरोध में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र ने 26 अप्रैल को जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन आयोजित किया। प्रदर्शन में उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की। प्रदर्शन की शुरुआत ज¨रदार क्रांतिकारी नारों व गीत के साथ हुई।

    ‘‘अच्छे दिनों’’ और महिलाओं के प्रति हिंसा के लिए ‘‘जीरो टाॅलरेंस’’ जैसे जुमलों के साथ सत्ता पर काबिज हुई मोदी सरकार ने न सिर्फ यह साबित कर दिया है कि विह अपने से पूर्ववर्ती सरकारों से किसी भी प्रकार से भिन्न नहीं है, बल्कि उनसे भी ज्यादा जनविरोधी और कारपोरेट समर्थक है। अपने हिन्दुत्ववादी एजेंडे के साथ भाजपा सरकार और उसके सहोदर संगठनों ने पूरे देश में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाना शुरु कर दिया है। उनके इन घृणित मंसूबों से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले तबकों में महिलायें सर्वोपरि हैं। ‘‘लव जेहाद’’, ‘‘बेटी बचाओ, देश बचाओ’’ जैसे अभियान न केवल महिलाओं के प्रति पश्चगामी मूल्यों को दर्शाते हैं बल्कि भगवा ब्रिगेड के नेताओं द्वारा दिये जाने वाले बच्चे पैदा करने वाले वाहियात बयानों ने महिलाओं को एक बच्चा पैदा करने की मशीन के रूप में दर्शाया है।

जहां एक तरफ भाजपा के संरक्षण में हिंदुत्ववादी-फासीवादी संगठन लगातार महिलाओं की अस्मिता की अवमानना कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार ने अपनी कारपोरेट समर्थक नीतियों के तहत कारपोरेट जगत के अथाह मुनाफा सुनिश्चित करने हेतु मजदूरों को तीव्र शोषण और उत्पीड़न की तरफ ढकेल दिया है। जाहिर है यहां महिला मजदूर भी इन नीतियों का शिकार हो रही हैं। श्रम कानूनों में संशोधन कर महिलाओं को रात की पाली में काम करवाने की इजाजत जैसे कानून महिला मजदूरों के श्रम का किसी भी हद तक शोषण कर देशी-विदेशी पूंजीपतियों के लिए अथाह मुनाफा सुनिश्चित करती हैं।

इन परिस्थितियों में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र द्वारा यह प्रदर्शन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में सभा को संबोधित करते हुए प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र अध्यक्ष शीला शर्मा ने कहा कि आज महिलाओं पर उत्पीड़न की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। देश में भाजपा-संघ के गठजोड़ वाली मोदी सरकार ने तेजी के साथ देश में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ाया है। जिससे पहले से ही दोयम दर्जे का जीवन जी रही मजदूर-मेहनतकश महिलाओं का जीवन और दयनीय हो गया है। हर साम्प्रदायिक घटना में मेहनतकश महिलाओं को निशाना बनाया जाता है। महिलाओं की इस स्थिति को बदलने के लिए मेहनतकश महिलाओं को अपने संगठनों को मजबूत बनाकर साम्प्रदायिक व पूंजीवादी तत्वों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष छेड़ने की जरूरत पहले से भी ज्यादा बन गयी है।

Template developed by Confluent Forms LLC; more resources at BlogXpertise