July 23, 2013

मारुति सुजुकी के मजदूरों ने 18 जुलाई 2012 की घटना के 1 वर्ष पूरे होने पर दिया धरना और प्रदर्शन


18 जुलाई 2012 को हुई घटना के 1 वर्ष पूरे होने पर मारुति सुजुकी मजदूरों ने 18 जुलाई से मानेसर (गुड़गांव) के ताऊ देवीलाल पार्क में धरने का कार्यक्रम तय किया था जिसे पूंजीपतियों की सरकार ने पूर्वनिर्धारित रूप में पूरा नहीं  होने दिया। इससे पहले भी 18-19 मई को भारतीय पूंजीपतियों की सरकार ने कैथल में शान्तिपूर्ण धरने पर बैठे मारुति सुजुकी के मजदूरों को 18 मई की आधी रात को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद अगले दिन हरियाणा के ग्रामीणों द्वारा मारुति सुजुकी मजदूरों के समर्थन में आयोजित प्रदर्शन पर बर्बर लाठी चार्ज किया। इस प्रदर्शन में शामिल लोगों को आंसू गैस के गोलों तथा पानी की बौछारों का भी सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी ग्रामीण महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया और उन्हें घसीट कर थाने ले जाया गया। इसी के साथ ग्यारह लोगों पर हत्या की कोशिश और हथियार रखने इत्यादि सहित संगीन धारायें लगाकर जेल भेज दिया गया। 
मारुती सुजुकी के मजदूरों के समर्थन में और हरियाणा पुलिस द्वारा किये गए बर्बर लाठी के विरोध में  देश के अलग-अलग हिस्सों में तथा दिल्ली में स्थित हरियाणा भवन, श्रम शक्ति भवन पर मजदूरों-छात्रों-महिलाओं के संगठनो और लोकतांत्रिक, जनपक्षधर जनता ने प्रदर्शन किये गए, जिनमे प्रगतिशील महिला एकता केंद्र द्वारा भागीदारी की. 
मारुति सुजुकी के मजदूरों ने अपने वर्तमान ट्रेड यूनियन संघर्ष में यह साबित कर दिया की मजदूरों की जुझारु एकता ही मजदूरों को उनकी गुलामी की स्थिति से मुक्ति दिल सकती है. इसे बनाये रखना और बढ़ाना होगा। इसी के साथ देशभर के मजदूरों को इस तरह के संघर्षों में अपनी संग्रामी एकजुटता कायम करनी होगी।


उत्तराखंड में आई आपदा को अलग-अलग नामों से नवाजा जा रहा है. लेकिन इस सब के बीच एक बात तो हमेशा से सच रही है, वो ये कि भारत की तरह हर देश में दौर में पूंजीवादी विकास का लाभ ऊंचाई पर बैठे लोगों को ही मिला है जबकि इसका खामियाजा और दुष्परिणाम मजदूर-मेहनतकश जनता को भुगतना पड़ता है. उत्तराखंड में आई आपदा में भी यही हुआ बड़े-बड़े रिसोर्ट और खनन कर मुनाफा कमाने वाले तो अपना मुनाफा ले कर चले गए और अब वहां की मजदूर-मेहनतकश जनता का सब-कुछ तबाही की भेंट चढ़ गया तब भी सरकार ने उनके कर्जों को माफ़  नहीं किया, जबकि वहां की जनता एक-एक सुविधा के लिए तरस रही है.  आप उनकी मदद के लिए यहाँ संपर्क कर सकते हैं. हम वहां की जनता की  मदद के लिए आपका आह्वान करते है. 

अपील
उत्तराखंड आपदा पीडि़तों को तात्कालिक राहत पहुंचाने के लिए आर्थिक व भौतिक मदद (स्वयं सेवकों के रूप में) के साथ प्राथमिक उपचार हुतु चलाये जा रहे मेडिकल कैंप के लिए निम्न दवाइयों को इकट्ठा कर भेजने का प्रयास करें।


Antibiotics Tab....
ciplox CPM
metrogyl citrizine
cefixime syrup
doxycyclin tab PCM
azithromycin diclophenac
septran ibuprofen
lariago meftal spas
lariago500 prenisolone
levoflox rantac
oflox syrup metrogyl domestal
syrup cefexime digene
amloipine5mg digene syrup
metolar25 deriphyllin
remipril eardrop /eyedrop
permethrin ciplox/gentamycin
clotrimazole
fungid


निवेदक - उत्तराखंड आपदा राहत मंच

 
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