पिंजरा तोड़ की कार्यकर्ता नताशा और देवांगना की गिरफतारी के विरोध में परिवर्तनकामी छात्र संगठन, प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र और इंकलाबी मजदूर केन्द्र, मजदूर एकता समिति तथा घरेलू कामगार महिला संगठन के कार्यकर्ताओ ने शाहबाद डेरी, नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस दौरान शारीरिक दूरी और लॉकडाउन का ध्यान रखते हुए सभा आयोजित की गई और सभा के अंत में सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन मेल द्वारा राष्ट्रपति महोदय को भेजा गया। ज्ञापन की प्रति राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्य महिला आयोग, दिल्ली तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी भेजी गई।
सभा में बात रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि लॉकडाउन की आड़ में CAA विरोधी आंदोलनकारियों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी बदस्तूर जारी है। सफूरा जरगर और अन्य साथियों के बाद 23 मई को पिंजरा तोड़ की दो साथियों देवांगना और नताशा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस एक-एक कर सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों को गिरफ्तार कर रही है जबकि दिल्ली दंगो के मास्टर माइंड कपिल मिश्रा, रागिनी तिवारी, भाजपा नेता प्रवेश वर्मा, अनुराग ठाकुर जैसे लोग खुलेआम घूम रहे हैं। ये दिखाता है कि पुलिस पक्षपाती तरीके से सरकार विरोधी ताकतों को चुप करा रही है।
सभा में सभी वक्ताओं ने मांग रखी कि :-
- सरकार गिरफ्तार आंदोलनकारियों को तत्काल रिहा करे।
- दिल्ली दंगो के मास्टर माइंड कपिल मिश्रा समेत दंगा फैलाने वाले भाजपा नेताओं को गिरफ्तार करो।
- CAA, NRC, NPR वापस लो
- जनता की आवाज को दबाना बंद करो।
सभा का समापन जोरदार नारों के साथ किया गया। साथ ही आंदोलन को आगे बढ़ाने का आह्ववान किया गया।
संगठनों द्वारा भेजा गया संयुक्त ज्ञापन निम्नवत हैः
ज्ञापन
दिनांक-26 मई 2020
प्रति,
राष्ट्रपति महोदय,
राष्ट्रपति भवन,
भारत सरकार
विषय-पिंजरा तोड़ संगठन की साथी देवांगना और नताशा की रिहाई और उन पर लगे फर्जी मुकदमे वापस लेने के संबंध में।
महोदय,
जैसा कि विदित है कि दिनांक 23 मई को दिल्ली पुलिस द्वारा पिंजरा तोड़ संगठन की दो साथियों देवांगना कालिता और नताशा नरवाल को फर्जी तरीके से हत्या, दंगा भड़काने सहित कई संगीन धारायें लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस से पूर्व उन पर दिल्ली में दंगा भड़काने के फ़र्ज़ी आरोप में दिल्ली पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए थे। इस मामले में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा इन्हें जमानत दे दी गयी थी। माननीय मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने माना था कि ये कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे CAA विरोधी आंदोलन में शामिल थीं और इनका दिल्ली दंगों से कोई लेना देना नहीं है।
लेकिन दिल्ली पुलिस ने साजिशन दुबारा इन पर हत्या, दंगा भड़काने आदि आरोप लगाकर इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
महोदय, दिल्ली उच्च न्यायालय के जज न्यायमूर्ति मुरलीधर ने
कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा, रागिनी तिवारी और अनुराग ठाकुर जैसे लोगों को प्रथमदृष्टया नफरत और हिंसा भड़काने का आरोपी मानते हुए इन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश दिया था। लेकिन ये लोग आज भी खुलेआम घूम रहे हैं लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा निरंतर CAA विरोधी कार्यकर्ताओं को फ़र्ज़ी तरीकों से दिल्ली दंगे के आरोपी बनाया जा रहा है।
महोदय, दिल्ली पुलिस द्वारा पिंजरा तोड़ संगठन की कार्यकर्ता देवांगना और नताशा की गिरफ्तारी जनवादी अधिकारों का हनन और विरोधियों को कुचलने व विरोध की हर आवाज को दबाने का कृत्य है जो बेहद निंदनीय और अलोकतांत्रिक है।
अधोहस्ताक्षरी संगठन पिंजरा तोड़ संगठन की साथी देवांगना कालिता व साथी नताशा नरवाल की दिल्ली पुलिस द्वारा की गई इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं और इसका पुरजोर विरोध करते हुए देवांगना कालिता एवम नताशा नरवाल सहित सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं पर लगे फर्जी मुकदमे खत्म करने एवम उनकी तुरंत रिहाई की मांग करते हैं।
भवदीय
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र,
इंक़लाबी मज़दूर केंद्र,
परिवर्तनकामी छात्र संगठन,
मज़दूर एकता समिति,
घरेलू कामगार महिला संगठन
मज़दूर एकता समिति,
घरेलू कामगार महिला संगठन
प्रतिलिपि प्रेषितः
राष्ट्रीय महिला आयोग
राज्य महिला आयोग, दिल्ली
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
0 comments:
Post a Comment