इंकलाबी मज़दूर केंद्र के उपाध्यक्ष तथा जुझारू कार्यकर्ता कामरेड नगेंद्र ने 47 वर्ष की अल्पायु में ही हमारा साथ छोड़ दिया। 10 जून को रात करीब 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। साथी पिछले 2 साल से अधिक समय से कैंसर से जूझ रहे थे। अपने अंतिम समय तक वह अपने ध्येय के लिये समर्पित रहे।
अपने छात्र जीवन से ही कामरेड नगेंद्र क्रांतिकारी आंदोलन में शामिल हो गये और उसके बाद से ही उनका पूरा जीवन क्रांति के उद्देश्यों के प्रति समर्पित रहा।
साथी नगेन्द्र लम्बे समय तक परिवर्तनकामी छात्र संगठन से जुड़े रहे। साथी पछास के उपाध्यक्ष भी रहे। साथी ने लंबे समय तक 'परचम' पत्रिका के संपादन की जिम्मेदारी उठाई। मौजूदा समय में साथी 'नागरिक' समाचार पत्र के संपादन की जिम्मेदारी उठा रहे थे।
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र उन्हें क्रांतिकारी लाल सलाम पेश करता है और क्रांतिकारी आंदोलन को तेज करने का संकल्प लेता है।
इंकलाब जिंदाबाद !
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र
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